:امام حسین علیه السلام
لا تَحِلُّ لِعَينٍ مُؤمِنَةٍ تَرَى اللّهَ يُعصى فتَطرِفُ حتّى يُغَيِّرَهُ؛
[تنبيه الخواطر: ج2، ص179]
इमाम हुसैन (अ.स.) :
किसी भी मोमिन आंख के लिए यह जायज़ नहीं है कि वह खुदा की ना फ़रमानी होते हुए देखे और अपनी आंखें बंद कर ले जब तक कि वह उन हालात को बदल न दे।
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